Balaji ki aarti(बालाजी की आरती)
ॐ जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा
संकट मोचन स्वामी तुम हो रणधीरा।। ॐ…
बाल समय में तुमने रवि को भक्ष लियो।
देवन स्तुति किन्ही तबही छोड़ दियो।। ॐ…
कपि सुग्रीव राम संग मैत्री करवाई।
बाली बली मराय कपीशाहि गद्दी दिलवाई।। ॐ…
जारि लंक को ले सिय की सुधि वानर हर्षाये।
कारज कठिन सुधारे रधुवर मन भाये।। ॐ…
शक्ति लगी लक्ष्मण के भारी सोच भयो।
लाय संजीवन बूटी दुःख सब दूर कियो।। ॐ…
ले पाताल अहिरावण जबहि पैठि गयो।
ताहि मारि प्रभु लाये जय जयकार भयो।। ॐ…
घाटे मेंहदीपुर में शोभित दर्शन अति भारी।
मंगल और शनिश्चर मेला है जारी।। ॐ…
श्री बालाजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत इन्द्र हर्षित मन वांछित फल पावे।।ॐ…
ॐ जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा
संकट मोचन स्वामी तुम हो रणधीरा।। ॐ…
बालाजी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण विचार
बालाजी स्वयं बजरंगबली का रूप हैं। इनका मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित हैं, इस मंदिर को मेहंदीपुर बालाजी के नाम से भी जाना जाता है। जिन लोगों को भूत प्रेत की बाधाएं होती है वो यहाँ पर दर्शन करके उन बाधाओं से मुक्त हो जाते हैं। वैसे तो हमारे देश में दो बालाजी के मंदिर हैं एक राजस्थान में और दूसरा आंध्र प्रदेश में। आंध्रा प्रदेश में तिरुपति बालाजी का मंदिर है जो की भगवान् विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर के नाम से जाना जाता हैं
हम यहाँ पर हनुमान जी के रूप में मेहंदीपुर बालाजी की आरती प्रस्तुत की है। बालाजी की आरती करने से हमें भूत प्रेत के भय से मुक्ति मिलती है। बालाजी को बूंदी के लड्डू के भोग लगाने चाहिए।